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इस बार अक्तूबर माह में ही बर्फबारी शुरू
पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में बड़ा बदलाव आया...
निजी संवाददाता
शिमला
: हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में इस सीजन की पहली
बर्फबारी अक्तूबर माह के पहले ही सप्ताह में दर्ज कर ली गई है। इस बार की
भयंकर बरसात के बाद ही मौसम विज्ञानियों ने इस बात का अनुमान लगा दिया था
कि अब बरसात के बाद हिमाचल में हिमपात शुरू हो जाएगा। पश्चिमी विक्षोभ के
सक्रिय होने से मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है।
कुछ दिन पहले ही जिला कुल्लू के साथ लाहुल-स्पीति,
धर्मशाला, चंबा के भरमौर व साच पास, मंडी में शिकारी देवी, किन्नौर और
रोहतांग पास की ऊंची चोटियों पर पहाड़ों ने सफेद चादर ओढ़ ली। जबकि इस प्रकार
का मौसम पहले नवंबर माह में ही देखने को मिलता था। बर्फबारी के चलते
रोहतांग मार्ग बंद हो गया है और तापमान में तेज गिरावट दर्ज की गई है।
बर्फबारी के साथ मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है और चारों ओर ठंड हो गई
है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने छह अक्तूबर के लिए राज्य
में भारी बारिश, ओलावृष्टि और गरज के साथ बिजली गिरने की चेतावनी जारी की
थी। वहीं ऊंचाई वाले क्षेत्रों में और अधिक बर्फचारी के आसार जताए हैं। इसी
के साथ हिमाचल प्रदेश के नीचले इलाकों में जाड़े के मौसम की शुरुआत हो गई
है। मैदानी इलाकों में भी तापमान कम होने लोगों को गर्मी से राहत मिल गई
है। क्योंकि अब लाहुल-स्पीति और किन्नौर के ऊंचे क्षेत्रों में हिमपात जारी
रहने के आसार हैं।
इस हिमपात के बाद अटल टनल के पास बर्फ की चादर बिछ गई है।
हिमपात के चलते रोहतांग मार्ग बंद हो गया है। इस बार हिमाचल में शीतकालीन
पर्यटन सीजन काफी लंबा चलने का उम्मीद है। यदि प्रदेश सरकार ने सड़कों की
हालात समय रहते सुधार दी तो होटल व्यवसाय वालों को इस सीजन में अच्छी आमदनी
हो सकती है।
समय से पहले हुए हिमपात के कारण पूरा उत्तरी भारत अक्तूबर
माह में ही शीत जहर की चपेट में आ गया है। मैदानी इलाकों में भी इस बार
सर्दी चार महीने से अधिक रहने के उम्मीद जताई जा रही है। जबकि इससे पहले दो
माह की सर्दी ही मैदानी इलाकों में पड़ती थी। हिमाचल में सर्दी का मौसम इस
बार सात माह तक रह सकता है।
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सीमेंट का दाम बढ़ाने पर भाजपा ने हिमाचल सरकार को घेरा
मोदी ने कांग्रेस पर लोगों को लूटने का आरोप लगाया...
निजी
संवाददाता
शिमला : हिमाचल
में सीमेंट महंगा होने पर कांग्रेस के नेता भाजपा की नीतियों की आलोचना करते आ
रहे हैं। लेकिन इस बार भाजपा वालों ने सीमेंट के दाम बढ़ाने पर कांग्रेस की
सुक्खू सरकार को घेर लिया है। यही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू
कश्मीर और हरियाणा चुनावों में भी हिमाचल की कांग्रेस सरकार का उदाहरण देते हुए
आलोचना की थी। अब बिहार में सीमेंट के दाम बढ़ने पर प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी
ने कांग्रेस को घेरने का प्रयास किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब हमने 22 सितंबर से जीएसटी में
कटौती कर नई दरें लागू की और सीमेंट की दरें भी कम कर दी। इससे लोगों को मकान
बनाने और मरम्मत के लिए सस्ता सीमेंट मिलना था। मगर हिमाचल में कांग्रेस सरकार
ने सीमेंट पर नया टैक्स लगा दिया और सीमेंट को फिर से महंगा कर दिया।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि जो फायदा भारत सरकार हिमाचल के लोगों को देना चाहती
थी उसमें कांग्रेस की सरकार दीवार बनकर खड़ी हो गई। उन्होंने कहा कि इन लोगों की
करतूत देखिए, हिमाचल में कांग्रेस की सरकार है, इन्हें भांति-भांति की गालियां
देने की आदत पड़ गई है। पीएम ने कहा कि मैं कहता हूं कि कांग्रेस सरकार जहां भी
रहेगी वहां लोगों को लुटेगी।
उन्होंने कहा कि लोगों को कांग्रेस से सावधान रहना होगा
और इसके साथियों से भी बचकर रहना है। केंद्र सरकार लगातार टैक्स में छूट देकर
राहत दे रही है लेकिन कांग्रेस अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रही है। पिछले माह की
22 सितंबर को केंद्र सरकार ने जीएसटी की नई दरें लागू की। इससे सीमेंट 35 से 40
रुपए प्रति बैग सस्ता हुआ था। मगर राज्य सरकार ने अगले ही दिन सीजीसीआर में
संशोधन करते हुए सीमेंट पर लगने वाला कर 11 से बढ़ाकर 16 रुपए प्रति बैग कर दिया
है। इससे सीमेंट पांच रुपए प्रति बैग महंगा हो गया। इसके बाद हिमाचल में भाजपा
ने कांग्रेस की सुक्खू सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।
हिमाचल में यह बात भी कही जाने लगी है कि मौजूदा कांग्रेस
सरकार सीमेंट के दामों में हो रही उछाल को उछालकर ही सत्ता में आई थी और जब
हिमाचल केन्द्र सरकार ने दामों को घटाने का प्रयास किया तो सुक्खू सरकार ने दाम
बढ़ाकर लोगों को इसका फायदा लेने से वंचित कर दिया। हिमाचल सरकार को इस बढ़ोत्तरी
को वापस लेना चाहिए।
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एचपीयू में एसएफआई ने विधायक का घेराव किया
छात्रों ने जनारथा गौ बैक के नारे भी लगाए...
निजी संवाददाता
शिमला
:
पिछले दिनों शिमला के विधायक हरीश जनारथा हिमाचल विश्व विद्यालय में
छात्रों के बीच घिर गए। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर विधायक को घेराव से
बाहर निकाला। विधायक यहां एक बैठक में भाग लेने के लिए पहुंचे थे। स्टूडेंट
फैडरेशन आफ इंडिया (एसएफआई) के छात्र कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर
विश्व विद्यालय प्रशासन से बात कर रहे थे।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में कार्यकारिणी परिषद की
बैठक रखी हुई थी। इस बैठक में शिमला के विधायक हरीश जनारथा को भी आना था।
जैसे ही वह विश्व विद्यालय परिसर में पहुंच प्रदर्शनकारी छात्रों ने उन्हें
घेर लिया इस दौरान वहां माहौल गरमा गया। बैठक में भाग लेने पहुंचे शिमला
शहरी विधायक हरीश जनारथा का एसएफआई कार्यकर्ताओं ने घेराव किया और एसएफआई
के कार्यकर्ताओं ने गो बैक और मुर्दाबाद के नारे लगाए। तनावपूर्ण माहौल को
भंपते हुए पुलिस एकदम हरकत में आ गई।
प्रदर्शनकारी छात्र कार्यकर्ताओं और मौके पर मौजूद पुलिस
कर्मियों के बीच धक्का-मुक्की हुई। हालात काबू करने के लिए पुलिस जवानों और
क्यूआरटी ने बल प्रयोग भी किया जिससे एसएफआई के कई कार्यकर्ता घायल भी हुए।
इनमें एक छात्र को आंख के पास चोट आई। जवानों और कार्यकर्ताओं के बीच हुई
इस धक्का-मुक्की में छात्राओं को भी घसीट कर किनारे किया गया। बल प्रयोग के
समय महिला पुलिस कर्मियों की संख्या नाममात्र नजर आई। इस धक्का-मुक्की में
विधायक को कुलपति कार्यालय तक निकालने को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। एचपीयू में
छात्र नेताओं के बीच अब बयानबाजी का दौर जारी है।
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मतदाता सूची निरीक्षण के लिए
निजी
संवाददाता
शिमला : नगर निगम
शिमला के 15 वार्डों की मतदाता सूची निरीक्षण के लिए नगर निगम शिमला कार्यालय,
तहसील शिमला ग्रामीण कार्यालय तथा एसडीएम (नागरिक) शिमला ग्रामीण कार्यालय में
कार्यालय समय के दौरान उपलब्ध करवा दी गई हैं।
यदि किसी व्यक्ति को मतदाता सूची में नाम जोड़ने, हटाने या
किसी प्रविष्टि में संशोधन करवाने की आवश्यकता हो, तो वह 17 अक्टूबर, 2025 तक
प्रपत्र संख्या 4, 5 और 6 में दावा या आपत्ति प्रस्तुत कर सकता है। व्यक्तिगत
रूप से, अभिकर्ता के माध्यम से या पंजीकृत डाक द्वारा आवेदन भेजे जा सकते हैं,
ताकि निर्धारित तिथि से पहले कार्यालय में प्राप्त हो जाएं और मतदाता अपने वोट
में शुद्धि करवा ले।
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ड्राइंग मास्टर सस्पेंड
निजी संवाददाता
शिमला
:
सरकारी स्कूल के चेक पर गलत शब्द लिखने के मामले में शिक्षा विभाग ने
ड्राइंग मास्टर को सस्पेंड कर दिया है। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला
रोहनाट स्थित सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से जुड़े चेक पर गलत शब्द
लिखने के मामले पर शिक्षा निदेशालय ने कड़ा रुख अपना लिया है।
सिरमौर जिला के शिक्षा उपनिदेशक ने इस बारे में आदेश जारी
किए हैं। सस्पेंड किए गए ड्राइंग मास्टर अत्तर सिंह के निलंबन के दौरान
उनका मुख्यालय राजकीय माध्यमिक विद्यालय हरिपुरधार जिला सिरमौर निर्धारित
किया गया है। वह नियंत्रण अधिकारी की पूर्व अनुमति के बिना स्टेशन नहीं
छोड़ेंगे। घटना के अनुसार स्कूल द्वारा जारी किए गए चेक की राशि वाले कॉलम
में गलत शब्द लिखे थे। उक्त चेक बाद में सोशल मीडिया पर लाखों लोगों ने
देखा और शिक्षा विभाग पर भी कई तरह के तंज कसे गए थे। अपनी फजिहत के बाद
शिक्षा विभाग को यह कार्यवाही करनी पड़ी।
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